घर से 10 KM पहले कीचड़ में फंस गई एंबुलेंस, प्रसव पीड़ित महिला को ग्रामीणों ने कंधे पर लादकर पहुंचाया- VIDEO
ओडिशा के कंधमाल जिले में छत्तीसगढ़ के रहने वाले दो महिलाएं समेत तीन माओवादी ने सुरक्षा बलों के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. ये सभी कई हिंसक घटनाओं में शामिल रहे थे.आत्मसमर्पण की वजह सरकार की पुनर्वास नीति और लगातार चल रहे कॉम्बिंग ऑपरेशन बताए गए हैं. पुलिस ने अन्य माओवादियों से भी मुख्यधारा से जुड़ने की अपील की है.
ओडिशा के कंधमाल जिले में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता हाथ लगी है. सोमवार को छत्तीसगढ़ से संबंध रखने वाले दो महिलाएं समेत तीन माओवादी ने पुलिस और सीआरपीएफ अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. आत्मसमर्पण करने वालों की पहचान मड़े बेटी उर्फ चंपा (BGN डिवीजन की डिविजनल कमेटी सदस्य), राजू डोडी उर्फ अजय और एडमो मडवी उर्फ मंजू (दोनों KKBN डिविजन के एरिया कमेटी सदस्य) के रूप में हुई है. ये सभी भाकपा (माओवादी) संगठन से जुड़े सक्रिय और वांछित सदस्य थे.
धीरेंद्र अपने बड़े भाई को लिफ्ट से मैसेज कर रहा था. उसने शाम 6 बजकर 51 मिनट पर पहला मैसेज वॉट्सऐप पर किया था. मैसेज में उसने लिखा था… “भइया”. वहीं दूसरा मैसेज भी तुरंत आया, जिसमें लिखा था कि मैं लिफ्ट में हूं “गैस गए है” करोल बाग मेगा मार्ट. इस मैसेज से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि कितनी घबराहट होगी धीरेंद्र के अंदर की वो फंस गए है कि जगह गैस गए हैं टाइप किया था. वहीं, आखिरी मैसेज भी इतने बजे ही धीरेंद्र ने किया था और कहा था कि अब सांस फूल रही कुछ करो.